दुनिया में जहां एक तरफ रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है तो वहीं ठगों ने भी जालसाजी का नया तरीका निकाला है। बता दें कि, दो देशों के बीच जारी घमासान के बीच कुछ भारतीय नागरिक यूक्रेन में फंसे हुए हैं। इन लोगों में भारतीय छात्र भी शामिल हैं। इसी के चलते ठगी को अंजाम देने वाले अपराधी आपदा को अवसर बनाने पर तुले हुए हैं।
मामला मध्यप्रदेश के विदिशा का है, जहां एक महिला से 42000 रूपये की ठगी कर ली गई। महिला के मुताबिक एक व्यक्ति ने खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय का अधिकारी बनकर उन्हें फोन किया था। जिसने उन्हें बताया कि वह यूक्रेन में फंसी उनकी बेटी को निकालने में मदद करेगा। हालांकि, इस काम के लिए कुछ पैसे लगेंगे।दरअसल, एमपी के विदिशा की रहने वाली वैशाली विल्सन की बेटी यूक्रेन से MBBS की पढ़ाई कर रही है। वैशाली लगातार सोशल मीडिया के जरिए केंद्र व राज्य सरकार से मदद की गुहार लगा रही थी। इसी दौरान जालसाज ने खुद को पीएम कार्यालय का अधिकारी बताकर फोन किया और उनकी बेटी को यूक्रेन से निकालने का आश्वासन दिलाया। इसके बाद टिकट और वापसी के खर्च के नाम पर 42 हजार रूपये ठग लिए।
बेटी को मुसीबत से निकालकर लाने की जल्दबाजी में वैशाली नाम की महिला ने उस ठग के खाते में जैसे ही पैसे डाले वह टिकट की कॉपी भेजने में टालमटोल करने लगा। फिर कई बार फोन लगाने के बाद भी वैशाली का संपर्क जालसाज से नहीं हो पाया। ऐसे में जब वैशाली को संदेह हुआ तो उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस स्टेशन में दर्ज करा दी। इसी दौरान ठग ने महिला को 5 हजार रुपये वापस कर दिए और बाकी पैसा लौटाने के नाम पर कुछ फर्जी रसीद थमा दी।
पुलिस में दर्ज शिकायत के बाद जांच में पता चला कि जिस बैंक खाते में पैसे भेजे गए हैं, वह किसी प्रिंस नाम के व्यक्ति का है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से आरोपी प्रिंस के खाते को सीज कर दिया। साथ ही ठग की गिरफ्तारी के एक टीम गठित कर दी गई। कई घंटों के बाद पुलिस ने बैंक खाते और मोबाइल नंबर के आधार पर पता किया तो ठग हरियाणा के गुरुग्राम का निकला।