Maninpuri News: मैनपुरी में राधा स्वामी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान युवती की मौत हो गई. मौत के बाद अस्पताल कर्मचारियों ने शव परिजनों की बाइक पर रख दिया. परिजन शव को मोटरसाइकिल से लेकर घर पहुंचे. इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ, जिसका डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संज्ञान लिया. डिप्टी सीएम के निर्देश पर सीएमओ की टीम ने मामले की जांच की, जिसमें परिजनों के आरोप सही मिले. नतीजतन अस्पताल सील कर दिया गया है. हॉस्पिटल का लाइसेंस भी निलंबित कर दिया गया है.
#मैनपुरी में डॉक्टर के गलत इंजेक्शन लगाने से एक महिला की मौत हो गई
जिसके बाद हॉस्पिटल का स्टाफ महिला को बाइक पर पटक कर चलता बना।
फ़िलहाल अस्पताल को सील कर दिया गया है और लाइसेंस भी कैंसिल
मामला जिले के #राधास्वामी हॉस्पिटल का है। #up #mainpuripolice @CMOfficeUP pic.twitter.com/N9fzmuX1SB— nttvbharatofficial (@nttvofficial) September 29, 2023
बता दें कि मैनपुरी निवासी युवती की तबीयत बिगड़ गई. परिजन युवती को लेकर करहल रोड स्थित राधास्वामी हॉस्पिटल पहुंचे. यहां इलाज के दौरान युवती की मौत हो गई. अस्पताल कर्मचारियों ने युवती का शव परिजन की बाइक पर रख दिया. इसका वीडियो वायरल हुआ, जिसका संज्ञान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने लिया. ब्रजेश पाठक ने सीएमओ को जांच के आदेश दिए.
नोडल अधिकारी ने सील किया हॉस्पिटल
सीएमओ ने नोडल अधिकारी डॉ. अजय कुमार को जांच के आदेश दिए. जांच टीम को मौके पर पहुंचकर वायरल वीडियो की सच्चाई जानी. इसके बाद नोडल अधिकारी ने हॉस्पिटल सील करा दिया. हॉस्पिटल प्रशासन को नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया. हॉस्पिटल में मरीज भर्ती मिले, जिन्हें घिरोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शिफ्ट कर दिया. साथ ही हॉस्पिटल का लाइसेंस निलंबित करते हुए प्रकरण की विस्तृत जांच के लिए एसीएमओ की अध्यक्षता दो सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है.
CMO ने एक हफ्ते के अंदर मांगी रिपोर्ट
मामले में मुख्य चिकित्साधिकारी से एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट मांगी गई है. उक्त हॉस्पिटल का पंजीकरण भी रद्द कर दिया गया है. मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई की जाएगी. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि किसी भी दशा में ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी. दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.
गाजीपुर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर वसूली!
उधर, गाजीपुर के मनिहारी ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रैबीज का इंजेक्शन लगाने के नाम पर वसूली के मामले का डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संज्ञान लिया. उन्होंने सीएमओ को मामले की जांच के आदेश दिए हैं. पांच दिन में जांच रिपोर्ट तलब की है. डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकारी अस्पताल में इलाज की उपलब्ध सभी सेवाएं फ्री हैं. मरीजों से अवैध वसूली करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.