आसमान से आग बरस रही है। गर्मी इस बार बरसों के पुराने रिकार्ड तोड़ रही है। अप्रैल का महीना भीषण गर्मी वाला गुजरा। मई में भी गर्मी का प्रकोप रहने की आशंका है। ऐसे में चिकित्सक स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहने की सलाह दे रहे हैं। ज्यादा तापमान और दिन के समय चल रही गर्म हवा के कारण हीट स्ट्रोक का खतरा भी काफी बढ़ गया है। चिकित्सक दोपहर में धूप से बचाव की सलाह दे रहे हैं।
मई में और बढ़ सकती है गर्मी
इस बार अप्रैल से ही गर्मी ने जो रफ्तार पकड़ी, उसने पुराने सारे रिकार्ड तोड़ दिए। दोपहर में बाहर निकलते ही ऐसे लग रहा है जैसे सूर्यदेव आग ही बरसा रहे हों। अन्य दिनों की अपेक्षा रविवार को मौसम में हल्की राहत मिली है। रुड़की का अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहा। लेकिन, मौसम विभाग की मानें तो मई में गर्मी और बढ़ सकती है।
सिविल अस्पताल रुड़की के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. संजय कंसल ने कहा कि धूप तेज होने के साथ गर्म हवाएं चलने से हीट स्ट्रोक का खतरा काफी बढ़ जाता है। ऐेसे में बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। जितना संभव हो, दोपहर में घर से बाहर न निकलें।
बताया कि हीट स्ट्रोक से शरीर का थर्मोस्टेट सिस्टम खराब हो जाता है, जिससे शरीर वातावरण के अनुकूल या फिर ठंडा नहीं रह पाता है और बहुत ज्यादा गर्म हो जाता है। खुश्की और थकावट महसूस होने लगती है। शरीर में पानी की कमी हो जाती है। समय पर उपचार ना मिलने पर मरीज की जान तक जा सकती है। शरीर में पानी की कमी ना हो। इसके लिए नींबू-पानी, सादा पानी, जूस, दही, लस्सी और छाछ आदि पीते रहें।
इन बातों का रखें ध्यान
- जितना संभव हो घर से बाहर निकलने से बचें।
- घर से बाहर निकलें तो पूरे कपड़े पहनें।
- आंखों पर धूप का अच्छी क्वालिटी वाला चश्मा लगाएं।
- पौष्टिक भोजन और तरल पदार्थ लें, गर्मियों में ज्यादा तला-भूना भोजन ना लें।
- पौष्टिक भोजन लें। सलाद आदि खाएं।
- खाली पेट घर से न निकलें। तरल पेय खूब पीएं।
- मरीज को तुरंत ही ठंडे स्थान पर ले जाएं।
- कूलर के आगे लिटा दें।
- सिर पर गीला कपड़ा रखें।