ललितपुर: भारतीय रेलवे के इतिहास में शायद पहली बार तीन साल की बच्ची को किडनैपर से छुड़ाने के लिए एक्सप्रेस ट्रेन को नॉनस्टॉप दौड़ाया गया। खास बात यह रही कि ट्रेन को 202 किलोमीटर बाद के स्टेशन पर तब रोका गया, जब बच्ची को बचाने के लिए सुरक्षाबल पूरी तैयारी कर चुके थे।
मामला उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले का है। जिले के आजादपुरा निवासी आशा रैकवार ने रविवार शाम 6:30 रेलवे स्टेशन ललितपुर जीआरपी थाने में जाकर सूचना दी कि उनकी 3 वर्षीय बच्ची काव्या सुबह 11 बजे घर के बाहर खेल रही थी। तभी अचानक खेलते-खेलते लापता हो गई। इसके बाद वहां तैनात आरपीएफ ने स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी तो उसमें एक युवक काव्या को गोद में लिए हुए भोपाल की ओर जा रही राप्ती सागर एक्सप्रेस ट्रेन में चढ़ते हुए दिखा।
इस पर मामले की जानकारी फौरन भोपाल स्टेशन के कंट्रोल रूम को दी गई। इस बीच ट्रेन को भोपाल से पहले कहीं न रोकने का अनुरोध किया, क्योंकि ट्रेन रुकती तो किडनैपर बच्ची को लेकर फरार हो सकता है। इस पर रेलवे ने ललितपुर से भोपाल के बीच ट्रेन को नॉनस्टॉप दौड़ाया। जैसे ही ट्रेन भोपाल स्टेशन पर रुकी तो सुरक्षा बलों ने किडनैपर को पकड़ लिया।
उधर, इस पूरे घटनाक्रम की केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने तारीफ की। उन्होंने कहा कि रेलवे में बढ़ाई जा रही निगरानी के सुखद परिणाम आ रहे हैं।
इधर मां आशा अपने परिजनों के साथ भोपाल पहुंच गई। भोपाल से फोन पर आशा रैकवार ने बताया कि वह अपने मायके ललितपुर में किराए से आजादपुरा में रह रही हैं। उनके पति ग्वालियर में काम करते हैं। जीआरपी थानाध्यक्ष अरविंद कुमार सरोज ने बताया कि बच्ची को को भोपाल में बरामद कर लिया है और युवक से पूछताछ जारी है।