उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के असोथर थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में सोमवार को दो नाबालिग दलित बहनों की कथित रूप से हत्या करके शव को एक तालाब में फेंक दिया गया. पुलिस के अनुसार, दोनों बच्चियों की आंखों में चोट के निशान हैं. पुलिस ने बताया कि बच्चियां दोपहर को चने का साग तोड़ने जंगल की तरफ खेत में गयी थीं और शव देर रात तालाब में मिले. फतेहपुर के अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) राजेश कुमार ने बताया कि असोथर थाना क्षेत्र के एक गांव में अनुसूचित वर्ग (दलित) के एक व्यक्ति की दो नाबालिग बेटियों (12 वर्ष और 8 वर्ष) के शव जंगल में एक तालाब से मिले हैं और दोनों बच्चियों की आंखों में चोट के गहरे निशान पाए गए हैं.
एएसपी राजेश ने बताया कि दोनों बच्चियां दोपहर घर से जंगल में स्थित खेत से चने का साग तोड़ने गयी थीं. देर शाम तक घर न लौटने पर परिजन और ग्रामीणों ने उनकी तलाश की और शव जंगल के एक तालाब में तैरते पाए जाने पर करीब 9 बजे रात को पुलिस को सूचना दी. एएसपी ने बताया कि परिजन और ग्रामीणों ने अज्ञात पर बलात्कार या बलात्कार करने में असफल होने पर हत्या करके शव तालाब में फेंके जाने का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि शव कब्जे में ले लिए गए हैं और मामले की गहराई से जांच-पड़ताल की जा रही है. एएसपी ने कहा कि मौत के असली कारणों की जानकारी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मिलेगी. उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा और अन्य अधिकारी भी घटनास्थल पर गए और घटना के खुलासे के निर्देश दिए हैं.