बल्लभगढ़ के अग्रवाल कॉलेज गेट पर निकिता तोमर की सरेआम हत्या कर दी गई थी। जिसके विरोध की चिंगारी हरियाणा समेत तीन राज्यों में सुलगने लगी है। इस हत्याकांड के बाद से ही जहां यूपी के साठा-चौरासी में लोगों में आक्रोश है, वहीं दिल्ली के कुछ हिंदूवादी संगठन भी इस मामले को लेकर सक्रिय हो गए हैं।
वही बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना और अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज ने भी सेक्टर-8 स्थित महाराणा प्रताप भवन में जल्द न्याय नहीं मिलने पर दिल्ली-एनसीआर में चक्का जाम की चेतावनी दी है। ऐसे में स्थानीय पुलिस-प्रशासन की जरा सी लापरवाही हरियाणा सरकार के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। तीनों ही राज्यों में एकजुट हो रहे विभिन्न संगठनों ने सरकार को इशारा कर दिया है कि जल्द ही हत्यारों को सख्त सजा नहीं मिली तो सरकार आंदोलन के लिए तैयार रहे।
निकिता हत्याकांड के मामले में हिंदूवादी संगठन भी पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त सचिव सुरेंद्र जैन ने बुधवार को निकिता की मौत को जबरन धर्म परिवर्तन का मामला करार दिया था। दिल्ली से हिंदू आर्मी संगठन से जुड़े कई सदस्य संजीव भाटी के नेतृत्व में फरीदाबाद पहुंचे थे। बिटिया के परिजनों से मिलने के बाद हिंदूवादी संगठनों ने इस बात पर आशंका जताई थी कि इलाके में जबरन धर्म परिवर्तन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। दिल्ली से आए इन लोगों ने सोहना रोड पर कुछ देर के लिए जाम भी लगाया था। वही लोगों ने कहा कि आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी दे जाए। इसी के साथ अखिल भारतीय परिषद ने 15 दिनों के अंदर आरोपियों को फांसी देने की मांग की है।