बिकरू कांड के बाद एक-एक कर रिकार्डिंग वायरल हो रही हैं। दावा किया जा रहा कि अब राहुल तिवारी और चौबेपुर के पूर्व एसओ विनय तिवारी के बीच की बातचीत की रिकॉर्डिंग वायरल हुई है। विकास दुबे ने जब पूर्व एसओ को बंधक बनाकर राहुल को पीटा था तब वह आत्महत्या करने जा रहा था। जानकारी के बाद पूर्व थाना प्रभारी ने राहुल तिवारी से मोबाइल पर बातचीत कर उसे कोई भी गलत कदम उठाने से मना किया और विकास दुबे के खिलाफ एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
ये बातचीत विकास दुबे के घर पर दबिश (दो जुलाई) देने से पहले की है।वायरल रिकॉर्डिंग के मुताबिक खेत पर कब्जे की जानकारी के बाद राहुल ने विकास दुबे की शिकायत चौबेपुर थाने में की थी। इसके बाद विनय तिवारी राहुल को लेकर विकास दुबे के पास गया था। यहां विकास ने एसओ के सामने ही राहुल की पिटाई की और थाना प्रभारी का मोबाइल छीन लिया था।
इससे क्षुब्ध होकर राहुल ने जान देने की ठान ली। तब एसओ ने राहुल के मोबाइल पर कॉल किया। एसओ ने कहा कि मुझ पर भरोसा करो जल्द कार्रवाई की जाएगी। खेत के मामले में तुम कागज से कमजोर हो। इस पर राहुल ने कहा कि साहब अब कोई रास्ता नहीं बचा है। विकास मेरा खेत जोत रहा है, उसे कोई रोकने वाला नहीं है।
इसके बाद थाना प्रभारी ने फिर कहा कि मुझ पर भरोसा है तो थोड़ा इंतजार करो, मेरी कार्रवाई देख लेना कि हम किस टाइप के आदमी हैं। हम तुम्हें बता नहीं सकते कि हम किस टाइप के आदमी हैं। जो हम करेंगे, तुम्हें जरूर पता चल जाएगा। मात्र एक सप्ताह रुको। उनको समझ में आ जाएगा कि मैं चीज क्या हूं। घटना वाले दिन पब्लिक लॉ एंड आर्डर समेत और बहुत कुछ सोचकर चुप बैठ गया था। ऐसा नहीं सब रास्ते बंद हो गए हैं।
एक नहीं 20 रास्ते हैं। मैं बिना किसी लालच के तुम्हारे साथ गया था। जितनी जल्दी हो फैसला करूंगा। कोई गलत काम न करना कि मैं अपने आपको माफ न कर पाऊं। तुम कुछ करना नहीं। तुम्हारे आगे पीछे पत्नी और बच्चे हैं। खेत जुत जाने दो। इंतजार करो कार्रवाई दिखेगी। इससे पता चलता है कि पूर्व एसओ और विकास दुबे में ठन गई थी। वह राहुल के जरिए विकास पर कार्रवाई करना चाहता था।