पंजीकृत श्रमिकों के बेटे-बेटियों की पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति का प्रावधान है। वहीं अब श्रमिकों की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट पास बेटियों को साइकिल का तोहफा भी मिलेगा। इससे वह आसानी से स्कूल और कॉलेज जा सकेंगी। इसके लिए श्रम विभाग ने आवेदन मांगे हैं, जो ऑफलाइन लिए जाएंगे। हालांकि, आवेदन जमा करने के लिए अंतिम तिथि का निर्धारण नहीं किया गया है।
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के तहत श्रमिकों के बेटे-बेटियों की पढ़ाई के लिए हर महीने छात्रवृत्ति (वजीफा) दी जाती है। यह लाभ पहली कक्षा की पढ़ाई से लेकर रिसर्च करने तक उन्हें मिलता है। पहली कक्षा में पढऩे वाले बच्चों को हर महीने डेढ़ सौ, स्नातकोत्तर करने वाले विद्याॢथयों को दो हजार, मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को आठ हजार और रिसर्च स्कॉलर को हर महीने 12 हजार रुपये छात्रवृत्ति देने का प्रावधान है।