यदि आपको लग रहा है कि शिवसेना की धमकी के चलते अभिनेत्री कंगना रनौत को केंद्र सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा दी है तो आप गलत हो। कंगना को सुरक्षा देने का कारण अलग है, कंगना पिछले कुछ दिनों से बॉलीवुड के इस्लामीकरण, खान गैंग, बॉलीवुड माफिया के विरुद्ध खुलकर बोल रही हैं। जिससे बॉलीवुड के बड़े-बड़े लोगों की नींदें हराम हुई पड़ी हैं, यही कारण हैं कि वे कंगना की बातों पर पॉजिटिव या नेगेटिव कोई भी रिस्पांस नही दे पा रहे हैं, पॉजिटिव मतलब समर्थन करते हैं तो काम धंधे से जाएंगे और विरोध करते हैं तो खुद ही अपनी पोल-पट्टी खुलवा बैठेंगे। इन लोगों में स्वघोषित नायक, महानायक और महानालायक सब शामिल हैं। अब इन बॉलीवुड वालों की सहायता के लिए एक आदमी लगा हुआ है और वो है संजय राउत, जिसका काम है बॉलीवुड वालों के डिफेंस में बैटिंग करना, और वो वही कर रहा है, पर जाहिल व्यक्ति अपनी भाषा पर संतुलन कभी नही रख पाता है, यही इसने गलती कर दी।
अब कंगना को जो वाई श्रेणी की सुरक्षा केंद्र ने दी है, उसके लिए कंगना ने ही PMO से गुहार लगाई थी, कि यदि मुझे केंद्र सरकार से सुरक्षा मिले तो मैं बॉलीवुड का काला चहरा दुनिया के सामने लाने में सरकार की सहायता करूंगी। सुरक्षा देने का मुख्य कारण ही यही है, और केंद्र सरकार का यह कदम इसलिए भी अच्छा है कि अब हिंदुत्व या देश के लिए बोलने वालों और झूठी सेकुलरिज्म व इस्लामीकरण की पोल खोलने वालों की सरकार खुलकर साथ खड़ी हो गयी है, कमलेश तिवारी वाली गलती नही की जा रही है यहां। नही तो कंगना की जान को भी खतरा है, पर शिवसैनिकों से नही, बल्कि बॉलीवुड वालों से। लेकिन यह बात भी उतनी ही सही है कि महाराष्ट्र की अगाड़ी सरकार इस समय केवल बॉलीवुड के लोगो को बचाने में लगी है, बाकी कोई और काम से उन्हें मतलब ही नही है।