नई दिल्ली, Pension से जुड़ी किसी परेशानी के हल के लिए मोदी सरकार पेंशन अदालत का आयोजन कर रही है। यह Pension Adalat पूरे देश में एक समय पर होगी। खास बात यह है कि Pensioner घर बैठे ही इस कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं। क्योंकि यह पेंशन अदालत Video Conferencing (VC) के जरिए होगी। सरकार ने इसके लिए 5 मई की तारीख मुकर्रर की है।
Pension से जुड़ी शिकायतों का ग्राफ झटके से नीचे लाना है मकसद
भारत सरकार में डिप्टी सेक्रेटरी संजोय शंकर के मुताबिक सरकार का राष्ट्रव्यापी पेंशन अदालत कराने के पीछे मकसद Pension से जुड़ी शिकायतों का ग्राफ झटके से नीचे लाना है। Department of Pension & Pensioners’ Welfare ने सभी विभागों को इसकी बेहतर तैयारी करने का आदेश दिया है। विभागों से कहा गया है कि वे VC के आयोजन की तैयारी करें और Pensioner को इससे जुड़ने के बारे में जागरूक करें।
पेंशन की समस्या को तुरंत हल करना होगा
संजोय शंकर के मुताबिक जिस पेंशनर की जो भी शिकायत हो, उसे अफसरों को तुरंत दूर करना होगा। अफसरों को यह सुनिश्चित करना होगा कि इस अदालत में हर वह अफसर मौजूद रहे जो पेंशन से जुड़ी व्यवस्था देखता है।
Pensioner को मिलना चाहिए पर्याप्त समय
संजोय शंकर के मुताबिक पेंशनभोगी, HoD, DDO, PAO और Bank पेंशन अदालत की VC में अपनी जगह से जुड़ेंगे और लिस्टेड हरेक मामले के लिए पहले से तैयारी करके रखें। अफसरों को यह सुनिश्चित करना होगा कि VC के दौरान पेंशनभोगियों को अपनी शिकायतों को रखने के पर्याप्त समय दिया जाए।
कैसे दर्ज करेंगे ऑनलाइन शिकायत
- Pensioner को रजिस्टर मोबाइल नंबर या ई-मेल पर पेंशन अदालत से पहले एक लिंक भेजा जाएगा।
- इस लिंक पर Pensioner क्लिक करेंगे और VC के जरिए उनकी शिकायतें सुनी जाएंगी।
- Pensioner को शिकायत के साथ अपना 12 अंकों का पीपीओ नंबर, खाता संख्या, पता और मोबाइल नंबर, ई-मेल आईडी तय फॉर्म में भरकर पहले भेजना होगा।
- अगर शिकायत डाक से गई है तो लिफाफे के ऊपर Pension Adalat 2022 लिखना जरूरी है।