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गोरखपुर गोली कांड में पुलिस की भूमिका पर भी उठ रहे हैं सवाल..

गोरखपुर में लूट, हत्या की कोशिश और मोहद्दीपुर में गैंगवार की तरह फायरिंग करने का आरोपित शुभम सिंह सिंघाड़ा अभी तक पुलिस की कार्रवाई से कैसे बचता रहा, इसकी जांच होगी। जांच होगी कि कहीं कुछ पुलिसवाले ही शुभम के मददगार तो नहीं बन गए थे।

एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने उन पुलिसवालों की भूमिका की जांच का आदेश दिया है, जो शुभम के खिलाफ कार्रवाई करने में लापरवाही बरतते रहे हैं। इसकी वजह से वह किसी अपराध के मामले में पकड़ा नहीं गया। इसके साथ ही एसएसपी ने अन्य अपराधियों और पुलिस के रिश्तों की भी जांच की बात कही है। जानकारी के मुताबिक, पुलिस को पता चला है कि शुभम सिंह सिंघाड़ा कूड़ाघाट के आसपास के इलाकों में काफी समय से दहशत फैलाए हुए है। उसके डर का आलम यह है कि इलाके में कोई भी उसके खिलाफ कुछ भी बोलने से बचता है। यहां तक कि मोहल्ले में कुछ युवकों से वसूली करने का भी मामला सामने आया है। पुलिस वालों को इसकी भनक क्यों नहीं लगी, और जब कभी मामला थाने या चौकी पर गया तो उसमें कार्रवाई क्यों नहीं की गई, यह बात एसएसपी को भी खटकने लगी है। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि शुभम के साथ ही अन्य अपराधियों के पुलिस से संबंध की जांच होगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
 
गोरखपुर में फायरिंग की इस घटना में पॉशा रेस्त्रां संचालक पर भी एफआईआर दर्ज हो सकती है। एसएसपी का मानना है कि अगर आरोपितों के बीच रेस्त्रां के बाहर मारपीट की सूचना सीधे पुलिस को दी गई होती, तो शायद इतनी बड़ी घटना नहीं होती। एसएसपी का कहना है कि रेस्त्रां संचालक ने घटना की सीसी टीवी फुटेज अभी तक पुलिस को उपलब्ध नहीं कराई है। इस प्रकरण में नियमानुसार केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी ने सभी थानेदारों को आदेश दिए हैं कि वे अपने इलाके के दुकानदारों और रेस्त्रां, ढाबा संचालकों से संपर्क करें। उन्हें बताएं कि घटना की सूचना पुलिस को जरूर दें। एसएसपी ने साफ कर दिया है कि यह नहीं चलेगा कि किसी भी दुकान, होटल में कोई घटना हो और पुलिस को सूचना न दी जाए। अगर ऐसा सामने आया तो संबंधित होटल संचालक, प्रबंधन पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी मामले में लापरवाही पाए जाने पर पैडलेगंज चौकी इंचार्ज रणजीत सिंह बघेल और एसएसआई संतोष कुमार सिंह को निलंबित और दीवान को लाइनहाजिर करने के साथ ही थानेदार मनोज राय की भूमिका की भी जांच शुरू कर दी गई है। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि इंस्पेक्टर ने भी दर्ज एनसीआर में कोई कार्रवाई का आदेश नहीं दिया था। इस संबंध में एसपी सिटी जांच कर रहे हैं। अगर थानेदार भी दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।