Breaking News

पिस्टल छीनकर भागा ढाई लाख का इनामी बदमाश, देखती रह गई ठोको पुलिस

हापुड़: मुंबई में गिरफ्तार किए गए ढाई लाख रुपये के इनामी बदमाश आशु जाट को उत्तर प्रदेश लाया जा रहा था। यूपी में एंट्री करते ही ढाई लाख के इनामी बदमाश ने पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागने का प्रयास किया। हालांकि पुलिस की मुस्तैदी से उसे घेराबंदी करके फिर से पकड़ लिया गया। उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 307 के तहत हापुड़ में एक और केस दर्ज किया गया है।

आशु जाट पर दिल्ली-एनसीआर में 60 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। अधिकांश मामले संगीन धाराओं के हैं। उसे सोमवार को मुंबई में गिरफ्तार किया गया था। उसे पुलिस उत्तर प्रदेश ला रही थी। हापुड़ में आशु ने पुलिस से टॉइलट जाने की बात कही।

बताया जा रहा है कि आशु को गाड़ी रोककर सिटी कोतवाली क्षेत्र के निजामपुर तिराहे के पास टॉइलट के लिए उतारा गया। उसने सिपाही अंकुर धामा से पिस्टल छीन ली और भागने लगा। इसी दौरान पुलिस ने उसे चारों तरफ से घेर लिया और गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नोएडा के गौरव चंदेल की हत्या समेत कई मामलों में वांटेड ढाई लाख के इनामी बदमाश आशु जाट से गाजियाबाद पुलिस भी पूछताछ करेगी। उसे मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आशु नई गाड़ियों में पीछे से टक्कर मारकर टोल और पेट्रोल पंप लूटने में माहिर बताया जा रहा है। पुलिस से बचने के लिए आशु मुंबई में रेहड़ी लगा रहा था।

पुलिस के अनुसार, मसूरी थाना क्षेत्र के काजीपुरा में रहना वाला प्रवीन उर्फ आशु जाट मिर्जी गैंग को लीड कर रहा था। भाई भोलू के जेल जाने के बाद उसे गैंग की कमान मिली थी। इसका गैंग डी-112 के नाम पर रजिस्टर्ड है। इसमें अभी 88 बदमाश बताए जा रहे हैं। अकेले आशु जाट पर ही जिले में लूट और डकैती के 20 मुकदमे सामने आ चुके हैं। पूरे गैंग पर 100 से ज्यादा केस रजिस्टर्ड है। उसने कई पुलिस वालों को भी लूटा था।

आशु परिवार के साथ काजीपुरा में रहता था, लेकिन भाई भोलू के साथ उसने लूट की वारदात को अंजाम देना शुरू किया। देखते ही देखते वह गैंग में प्रमुख की भूमिका आया। गैंग घटना करने के तरीके कारण ज्यादा खतरनाक था। वह लूट के लिए जान लेने से भी पीछे नहीं हटता था। गौरव चंदेल हत्याकांड में भी कुछ ऐसा ही हुआ था। आशु पर सबसे पहले गैंगस्टर लगने के बाद 50 हजार का इनाम मसूरी थाने से रखा गया था जो कुछ महीनों में ही बढ़ कर ढाई लाख का हो गया।