सुल्तानपुर राजकीय मेडिकल कॉलेज के महिला अस्पताल में गर्भवती महिला बेड पर दर्द से कराहती और चीखती रही। डॉक्टर व स्टॉफ चैन की नींद सोते रहे। परिजन उन्हें जगाते और प्रसूता को देखने को कहते तो जवाब मिलता सुबह डिलेवरी कराई जाएगी। लेकिन इस लापरवाही में सुबह जच्चा-बच्चा ने जिंदगी को अलविदा कह दिया। इसके बाद मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल की भी नींद टूटी। उन्होंने कोरम पूरा करते हुए ड्यूटी पर तैनात सभी मेडिकल स्टॉफ को सस्पेंड कर अपना पल्ला झाड़ लिया है।
जानकारी के अनुसार गोसाईंगंज थानाक्षेत्र के कटघरा गांव निवासी अंबालिका वर्मा पत्नी सुनील वर्मा गर्भवती थी। बीती रात प्रसव पीड़ा होने पर ग्राम प्रधान मो. शोएब उसे परिजनों के साथ लेकर रात 11 बजे के आसपास राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचे और महिला अस्पताल में भर्ती कराया। रात में दर्द अधिक होने पर अंबालिका के परिजन डॉक्टर और स्टॉफ को बुलाने पहुंचे तो सभी चैन की नींद लेने में व्यस्त रहे। जोर देने पर इन सभी ने सुबह डिलेवरी की बात कही और पुनः सोने में व्यस्त हो गए।
इस बीच रात में ही गर्भवती की तबियत और बिगड़ी और सुबह होते-होते प्रसूता और उसके गर्भ में पल रहे मासूम ने दम तोड़ दिया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इस संदर्भ में ग्राम प्रधान मो. शोएब ने बताया कि, अम्बालिका वर्मा को कल रात 11 बजे यहां एडमिट कराया गया। एक-दो बार मैंने डॉक्टर से कहा देखने को लेकिन देखा नहीं। फिर उन्होंने जांच लिख दिया। मैं जांच कराने के लिये गया। जांच कराकर जब लौटा तो फिर मैंने देखने को कहा, लेकिन फिर भी नहीं देखा गया। बहुत देर बाद दबाव बनाने के बाद उन्होंने देखा और कहा कि, एक कास्टर आयल पिला दें। जब कास्टर आयल लेकर आए तो दूसरी डाक्टर बोल रही है कि मत पिलाना डिलेवरी सुबह होगी। रात ही में पेशेंट का हाथ-पैर सुन होने लगा फिर उनसे जाकर कहा गया कि देख लीजिये। लेकिन कोई आया तक नहीं, सब सो रहे थे। यदि कोई आकर देख लेता तो उसकी जान बच सकती थी।
मृतका की सास ने बताया कि, जब हम डॉक्टर के पास गये और बोले कि चलकर देख लीजिये तो वह मेरे ऊपर बिगड़ गई और डांटकर भगा दिया। अगर देख लिया होता या हमको बता देते तो कही और ले जाकर दिखा देते, कम से कम जान तो बच जाती। राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर सलिल श्रीवास्तव ने बताया कि, सुबह 5 बजे प्रसूता की मौत हुई है। शुरुआती जांच में स्टॉफ की लापरवाही सामने आई है। ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक, स्टॉफ और पैरा मेडिकल स्टॉफ सभी को सस्पेंड किया है। मजिस्ट्रेटियल जांच के लिए डीएम को संस्तुति किया है।