राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र स्थित वृंदावन कॉलोनी के सेक्टर 14 में बुधवार सुबह एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मरने वाला दुर्गेश हिस्ट्रीशीटर था। वह मूल रूप से गोरखपुर के मठ भताड़ी उरुवा बाजार का रहने वाला था। दुर्गेश गोरखपुर से मंगलवार को लखनऊ आया था। यहां सचिवालय में सेक्शन अधिकारी अजय कुमार यादव के वृंदावन कॉलोनी स्थित मकान में किराए से रहने वाले दोस्त के रूम में ठहरा था। हत्या से पहले हमलावरों ने दुर्गेश को कमरे में बंदकर जमकर पीटा। उसके कपड़े भी फाड़ दिए और वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।
परिजन का आरोप है कि बुधवार सुबह खरगापुर गोमतीनगर निवासी पलक ठाकुर अपने साथी फिरोजाबाद जिले के मसीरपुर में धनापुर गांव निवासी मनीष यादव और अन्य के साथ वहां पहुंची। सभी ने दुर्गेश के बारे में पूछताछ की। दुर्गेश उस दौरान बाथरूम में था। जैसे ही बाहर निकला, आरोपियों ने उसे दबोच लिया। हमलावरों ने दुर्गेश को कमरे में बंदकर जमकर पिटाई की। दुर्गेश को अर्धनग्न कर लात, घूसे और चप्पल से पिटाई की और इसका वीडियो बनाते रहे।
पिटाई करने वालों में पलक भी शामिल थी और दुर्गेश को गालियां देते हुए अपने रुपए वापस मांग रही थी। दुर्गेश ने हमलावरों से कपड़े पहन लेने की गुहार लगाई, लेकिन उन्होंने एक न सुनी और उसे गोली मारने की धमकी देते रहे। दुर्गेश कई बार हमलावरों से बोला कि उससे मारपीट बंदकर कुछ देर शांति से बात करें, लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी। वायरल वीडियो में दुर्गेश आरोपियों से बातचीत करने की गुहार लगा रहा है, लेकिन हमलावर उस पर बेल्ट से हमला करते दिख रहे हैं।
किसी तरह लहूलुहान दुर्गेश जान बचाने के लिए नीचे की तरफ भागा। इसके बाद मनीष ने उस पर गोली चला दी। गोली लगते ही दुर्गेश घायल हो गया और सभी आरोपी भाग निकले। दुर्गेश को ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने मौके से एक खोखा बरामद किया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हमलावरों की संख्या पांच से छह थी और वे दो गाड़ियों से आए थे। हालांकि, बाद में पुलिस ने महिला पलक और मनीष यादव को पकड़ लिया था।