बेंगलुरु हिंसा मामले में कांग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति ने सीबीआई जांच की मांग की है. उधर, पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ तेज कर दी है. पुलिस ने हिंसा मामले में पांच लोगों को मुख्य आरोपी बनाया है, जबकि 200 से 300 अज्ञात हैं. इसके साथ ही नुकसान की भरपाई के लिए उत्तर प्रदेश मॉडल का इस्तेमाल किया जाएगा.
कांग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति ने कहा कि मैंने किसी के खिलाफ कोई बुरा काम नहीं किया. मेरे घर पर पेट्रोल बम फेंके गए थे और मेरी पूरी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया. कांग्रेस के जनरल सेकेट्री केसी वेणुगोपाल और अन्य नेताओं ने मुझसे बात की. मैंने कोई भी अतिरिक्त सुरक्षा की मांग नहीं की है. मेरे सुरक्षा के लिए सिर्फ एक पुलिसकर्मी है.’
हिंसा में पीएफआई और एसडीपीआई की भूमिका पर विधायक श्रीनिवास मूर्ति ने कहा कि मैं जांच पर कोई भी बयान नहीं देना चाहता हूं. वीडियो फुटेज में दिखाई दे रहा है कि कुछ लोगों ने उपद्रवियों के बीच पैसा बांटा था. मैं सरकार से अपील करता हूं कि इन आरोपियों पर कार्रवाई करें.
पहले से बनाई गई थी हिंसा की योजना
कर्नाटक के मंत्री सीटी रवि का कहना है कि हिंसा की पहले से योजना बनाई गई थी. संपत्ति के नुकसान के लिए पेट्रोल बम और पत्थरों का इस्तेमाल किया गया था. करीब 300 से ज्यादा वाहन जला दिए गए हैं. हमारे पास संदिग्ध हैं लेकिन जांच के बाद ही पुष्टि हो सकती है. उपद्रवियों से उत्तर प्रदेश में जैसे संपत्ति की वसूली की गई थी, वैसे ही हम करेंगे.
क्या है मामला?
बेंगलुरु के जीडे हल्ली इलाके में मंगलवार रात करीब 9.30 बजे उपद्रवियों ने कांग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति के घर को निशाना बनाया. इस दौरान विधायक के घर का एक हिस्सा आग के हवाले कर दिया गया. दरअसल, विधायक श्रीनिवास के भतीजे ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट किया था, जिसके बाद लोगों ने जमकर बवाल मचाया.
सैंकड़ों की संख्या में लोगों के जरिए विधायक के घर को निशाना बनाने के बाद पुलिस स्टेशन पर भी हमला किया गया. वहीं हिंसा के दौरान कई वाहनों को आग के हवाले भी कर दिया गया. हमले में एडिशनल पुलिस कमिश्नर समेत 60 पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं.