कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक पर पहुंचकर कृषि विधेयक के खिलाफ धरना दिया। और केन्द्र सरकार की नीतियों का विरोध किया।इस दौरान सीमांत किसानों ने सरकार विरोधी बोर्ड लेकर सरकार पर हमला बोला। वहीं प्रदर्शनकारियों ने कृषि विधेयक को किसान विरोधी बताया। और इस विधेयक से कृषि मंडियों के खत्म हो जाने का आरोप लगाया।
कृषि बिल के खिलाफ विपक्षी पार्टियों को लामबंद करने के लिए कांग्रेस समान विचारधारा की पार्टियों से बातचीत कर रही है। कांग्रेस का इन दलों से कहना है कि एकजुट होकर कृषि बिल का विरोध किया जाना चाहिए। कांग्रेस पार्टी सड़क पर उतरने से लेकर वर्चुअल स्तर पर भी विरोध प्रदर्शन तेज करने की तैयारी में है। कांग्रेस पार्टी ने उन दलों से अपील की है जो कृषि बिल का विरोध कर रहे हैं।
वही केंद्र की मोदी सरकार की ओर से लोकसभा में पारित किए कृषि विधेयक के विरोध में काग्रेस पार्टी 21 सितंबर को पंजाब के हर गांव में सुबह 10 से 11 बजे तक धरना लगाएगी। यह जानकारी ब्लाक काग्रेस फगवाड़ा देहाती के प्रधान दलजीत राजू दरवेश पिंड ने दी।
उन्होंने हर गाव के पंच, सरपंच, जिला परिषद और ब्लाक समिति सदस्यों तथा कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील कर कहा कि अपने-अपने गांव में धरने लगा कर किसानों के हक में आवाज उठाएं।