एक हजार करोड़ रुपये के बैंक लोन घोटाले मामले में समाजवादी पार्टी के नेता और बाहुबली विनय शंकर तिवारी के घर पर ED की छापेमारी चल रही है। हरियाणा-यूपी सहित तीन राज्यों के दर्जनों ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चल रहा है। उत्तर प्रदेश में पूर्व बाहुबली नेता रहें हरिशंकर शंकर तिवारी के बेटे हैं विनय शंकर तिवारी। गोरखपुर में स्थित ‘तिवारी जी’ का हाता छावनी में तब्दील हो गया है। ईडी के अधिकारी विनय शंकर तिवारी से पूछताछ कर रहे हैं। इस दौरान पूर्व सांसद भीष्म शंकर तिवारी से भी पूछताछ हुई।
मिली जानकारी के अनुसार गंगोत्री इंटरप्राइजेज के नाम पर बैंक के करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ है। इसको लेकर तीन घंटे छापेमारी चल रही है। ईडी की टीम करीब सात से आठ गाड़ियों में आए हैं। इससे पहले भी यहां ईडी की रेड पड़ चुकी है। विनय शंकर तिवारी बसपा से चिल्लूपार विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं। वहीं, कुशल तिवारी संत कबीर नगर से सांसद है।
ये है पूरा मामला
डेबिट रिकवरी ट्रिब्यूनल (TRT) के अनुसार मेसर्स गंगोत्री एंटरप्राइजेज लिमिटेड और अन्य ने अलग-अलग कर सात बैंकों से 1129 करोड़ रुपए का लोन लिया है। इन फर्मों के सर्वेसर्वा पूर्व विधायक विनय शंकर तिवार और उनके सगे संबंधी हैं। ज्यादातर बैंक खाता नॉन परफार्मिंग एसेट (NPA) में चलते हैं। अब अकाउंट भी बंद किए जा रहे हैं। DRT ने इस मामले को लेकर जुलाई, 2019 को विनय शंकर तिवारी और उनके सगे संबंधियों के खिलाफ नोटिस भी जारी करते हुए जवाब मांगा था। डीआरटी के अनुसार सबसे अधिक ऋण बैंक ऑफ इंडिया से लिया गया है।