उत्तर प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त बनाए रखने के लिए भले ही प्रयास कर रही हो लेकिन उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के नाम पर जंगलराज चल रहा है जिसके चलते आए दिन लूट हत्या बलात्कार अपहरण जैसी घटनाएं सामने आती रहती है तो कहीं अपराधी किस्म के लोगों को कानून का कोई खौफ ना होते हुए कानून को ही हाथ में लेकर शक के आधार पर स्वयं ही जज बनकर दंड देते हुए कानून व्यवस्था की खिल्ली उड़ाते हुए खुलेआम देखे जा रहे हैं
आपको बता दे मामला जनपद मैनपुरी के शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला खरग जीत नगर में जनपद फिरोजाबाद के थाना सिरसागंज क्षेत्र के ग्राम बलरामपुर निवासी सर्वेश दिवाकर जो खरग जीत में किराए के मकान में अपने परिवार के साथ रहता था जो बस स्टैंड स्थित एक होटल पर रसोईया का काम कर रहा था लॉकडाउन के चलते हैं उसकी छुट्टी हो गई तो सर्वेश ने पड़ोस में ही चाट पकौड़ी का ठेला लगाना शुरू कर दिया था पड़ोस में रहने वाले पूर्व सभासद डिंपल सक्सेना से उक्त व्यक्ति का उधार खाता चलता था
पड़ोसियों को शक था कि उक्त सर्वेश कुमार ने अपनी 14 वर्षीय पुत्री हेमा को होटल मालिक को 30,000 रुपयों मैं बेच दिया है जिसके चलते पांच पड़ोसियों ने उसकी जमकर मारपीट की जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया मारपीट की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया जहां उसने दम तोड़ दिया इस संबंध में सूचना पाकर आगरा से आई पुत्री ने पुलिस को अवगत कराया कि मेरे पिता गरीब है मेरा पालन पोषण होटल के मालिक की भांजी कर रही है जो मुझे और अपनी पुत्री को शिक्षा घर पर ही दिला रही थी मेरे पिता ने मुझे शिक्षा अध्य्यन के लिए भेजा है
वही परिजन का कहना है कि मृतक को जमकर मारपीट कर गली-गली घुमाया गया है पानी डाल डाल कर मारा पीटा गया है उनका कहना है कि मकान मालिक ने किराए के पैसे मांगे थे तो उन्होंने नशे में यह कह दिया कि गुड़िया को पंचोरी कंपार्टमेंट होटल वालों को भेज दी है उनसे पैसे ले आओ बस इसी के आधार पर हुए मारपीट करने लगे पुत्री को बिक्री करने का आरोप बिल्कुल गलत है
इस संबंध में पुलिस ने पूर्व सभासद डिंपल सक्सेना वह अन्य तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ जारी है