सांसद अफजाल अंसारी अपनी पत्नी फरहत अंसारी व दोनों बेटियों के साथ सोमवार को फिर एलडीए पहुंचे। प्राधिकरण उपाध्यक्ष शिवाकांत द्विवेदी के सामने अपना पक्ष रखा। सुनवाई के बाद बाहर निकले अफजाल अंसारी ने एलडीए की कार्रवाई को एक तरफा बताया। उन्होंने सुनवाई के दौरान विभिन्न सरकारी विभागों की ओर से नक्शा पास करने के लिए दी गई एनओसी की प्रति भी एलडीए अफसरों को दी। उन्होंने अफसरों से कहा कि जब पूर्व में उनका नक्शा पास किया गया था तो वह खसरा संख्या 93 से बाहर था अब अचानक क्यों उसे 93 में दिखाया जा रहा है।
दरअसल अफजाल अंसारी व फरहत अंसारी का मकान जियामऊ के गाटा संख्या 93 में बना है। इसी गाटे में मुख्तार अंसारी के दोनों बेटों अब्बास अंसारी व उमर अंसारी के मकान भी बने थे। जिसे एलडीए गिरा चुका है। जिलाधिकारी ने गाटा संख्या 93 की जमीन को निशक्रांत घोषित कर दिया है। अफजाल की पत्नी फरहत अंसारी के मकान का नक्शा एलडीए ने 2007 में पास किया था। तब फरहत अंसारी ने इस जमीन को अपनी बताया था।
सोमवार को सुनवाई के बाद बाहर निकलने पर उन्होंने मीडिया से बात करने से मना कर दिया लेकिन चलते-चलते कहा कि एलडीए उनके खिलाफ एकतरफा कार्रवाई कर रहा है। अफजाल ने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर भरोसा है। वह सुनवाई के दौरान एलडीए अपनी पत्नी व दोनों बेटियों के साथ आए थे। एलडीए में सुनवाई करीब डेढ़ घंटे चली।