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आर्केस्ट्रा कलाकारों का छलका दर्द, संगीत की धुन पर सरकार से की अपील

आर्केस्ट्रा कलाकारों ने सरकार से मांग की है कि इनके कारोबार को भी फिर से शुरू करने की इजाज़त दे दी जाए. क्योंकि संगीत के माध्यम से ही इनकी रोज़ी-रोटी चलती थी.

कोविड को मद्देनजर रखते हुए लॉकडाउन ने आर्केस्ट्रा कलाकारों का ही बैंड बजा दिया है. इसी क्रम में संगम नगरी प्रयागराज में ऑर्केस्ट्रा कलाकारों ने अनोखे ढंग से विरोध कर कारोबार फिर से शुरू करने की मांग की है. इस कलाकारों ने संगीत बजाकर और गाने गाकर सरकार से राहत पैकेज की डिमांड की. सरकार से इनकी मांग है कि कोरोना काल से बंद पड़े ऑर्केस्ट्रा, देवी जागरण, भजन मंडली को प्रोग्राम करने की इजाज़त दी जाए जिससे इनका परिवार का भरण पोषण हो सके.

दरअसल कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन कर दिया गया था. अब अनलॉक हो गया है. तो इन स्थानीय कलाकारों ने सरकार से मांग की है कि इनके कारोबार को भी फिर से शुरू करने की इजाज़त दे दी जाए. क्योंकि संगीत के माध्यम से ही इनकी रोज़ी-रोटी चलती थी. लेकिन बंदी के बाद इनका कारोबार बन्द पड़ा है और अब इनके परिवार का भरण पोषण नहीं हो पा रहा है. इसलिए प्रयागराज के वोट क्लब में इन स्थानीय कलाकारों ने संगीत का सहारा लिया और म्यूज़िक बजाकर और सरकार से कुछ राहत पैकेज देने की मांग की.

प्रयागराज कलाकर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष कुमार पटेल ने बताया कि वर्तमान में प्रशासन ने शादी आदि मांगलिक कार्यक्रम की अनुमति कुछ शर्तों के साथ दे दी है.लेकिन आदेश के बाबजूद अमूमन सभी लोग अपने यहां होने वाले मांगलिक कार्यक्रमों की तिथि आगे बढ़ा दी है. जिन घरों में शादियां हो रही हैं, वहां भी सिर्फ औपचारिकता ही पूरी हो रही है. वही पटेल ने कहां की अप्रैल से जुलाई के बीच मांगलिक कार्यक्रमों के लिये बैंड, टेंट, डीजे, लाइट-साउंड आदि का साटा निरस्त करते हुए लोग एडवांस में दी गयी रकम भी वापस लेने लगे हैं. इसके चलते कारोबार से जुड़े लोग संकट में हैं.