उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के क्षेत्र कूरेभार गांव में एक घर से दो अर्थी निकलने से पूरे गांव में मातम सा छा गया। कहते है कि ईश्वर के प्रकोप के आगे किसी की नही चलती। एक वर्षीय पुत्री की तबियत खराब होने पर परिजन उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गए, जहाँ डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृत पुत्री को लेकर घर जा रहे पिता की रास्ते मे तबियत खराब हो गयी। परिजन पिता को लेकर जिला अस्पताल पहुँचे तो वह उनकी मौत हो चुकी थी ।
सुल्तानपुर के थाना क्षेत्र कूरेभार के मुसहर नचना ग्राम सभा के कटाटा गाँव में बीते शुक्रवार की रात गांव के रहने वाले राज कुमार कोरी की एक वर्षीय पुत्री निशी की अचानक तबियत खराब हो गई। परिजन आनन फानन में पुत्री का इलाज कराने के लिए स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य ले गये। जहां डाक्टरों ने निशी को मृत घोषित कर दिया । मासूम बच्ची की मौत की जानकारी मिलते ही पिता राज कुमार पर मानो पहाड़ टूट पड़ा हो। रोते बिलखते परिजन मृत पुत्री का शव लेकर घर जा रहे थे। तभी रास्ते में पिता राज कुमार (30) वर्ष पुत्री की मौत से सदमे में आने से तबियत खराब हो गई। परिजन राज कुमार को लेकर कूरेभार अस्पताल पहुँचे। जहां डॉक्टर ने उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जहाँ डॉक्टर ने राज कुमार को मृत घोषित कर दिया। एक तरफ पुत्री की मौत से परिजनो में कोहराम मचा था। वही पिता की मौत की खबर मिलते ही ग्रामिणो में मातम छा: गया। पति की मौत से सहमी पत्नी सुनीता की रो रोकर सिर्फ एक आवाज निकलती सुनाई दे रही थी कि ईश्वर क्या कसूर था मेरा, जो पहले पुत्री फिर पति को मुझसे छीन लिया। अब मेरा व मेरे दोनो बच्चों का क्या होगा। फिलहाल एक घर मे दो अर्थियां निकलने से ग्रामीणों में मातम छाया है।