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गैंगस्टर विकास दुबे की अस्थियां लेने भैरवघाट पहुंची पत्नी ऋचा दुबे, 37 दिन पहले UPSTF किया था एनकाउंटर

कानपुर शूटआउट के मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे का बीते 10 जुलाई को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर किया था। उसी दिन कानपुर में भैरव घाट पर पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार कराया था। 37 दिन बाद पत्नी ऋचा दुबे मंगलवार को कानपुर पहुंचीं। उनके साथ बड़ा बेटा व उनके वकील भी साथ थे। भैरव घाट से पति की अस्थियां लेने के बाद वे नगर निगम कार्यालय गईं। जहां उन्होंने प्रमाण पत्र की मांग की। लेकिन थाने से वहां कोई कागजात न भेजे जाने के चलते उन्हें बिना प्रमाण पत्र के ही लौटना पड़ा। इस दौरान मीडियाकर्मियों ने उनसे बात करने की कोशिश की, लेकिन बिना कुछ कहे वो वहां से रवाना हो गईं।

आपको बतादे 2 और 3 जुलाई को पुलिस की एक टीम विकास दुबे के घर दबिश देने गई थी, जिसकी जानकारी भनक विकास दुबे को पहले ही पुलिस के द्वारा लग गई थी। इसके बाद विकास दूबे ने पुलिस वालों पर हमला कर दिया, जिसमें उसके कई साथी मौजूद थे। इस हमले से पुलिस के 8 जवान शहीद हो गए थे। जिसके बाद पुलिस ने कई राज्यों में सर्च अभियान चलाया।

इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया था। उत्तर प्रदेश आते समय कानपुर के पास पुलिस की गाड़ी पलट गई। इसी बीच भागने के दौरान एनकाउंटर में मारा गया।

कानपुर शूटआउट के मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे का बीते 10 जुलाई को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर किया था। उसी दिन कानपुर में भैरव घाट पर पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार कराया था। 37 दिन बाद पत्नी ऋचा दुबे मंगलवार को कानपुर पहुंचीं। उनके साथ बड़ा बेटा व उनके वकील भी साथ थे। भैरव घाट से पति की अस्थियां लेने के बाद वे नगर निगम कार्यालय गईं। जहां उन्होंने प्रमाण पत्र की मांग की। लेकिन थाने से वहां कोई कागजात न भेजे जाने के चलते उन्हें बिना प्रमाण पत्र के ही लौटना पड़ा। इस दौरान मीडियाकर्मियों ने उनसे बात करने की कोशिश की, लेकिन बिना कुछ कहे वो वहां से रवाना हो गईं।

आपको बतादे 2 और 3 जुलाई को पुलिस की एक टीम विकास दुबे के घर दबिश देने गई थी, जिसकी जानकारी भनक विकास दुबे को पहले ही पुलिस के द्वारा लग गई थी। इसके बाद विकास दूबे ने पुलिस वालों पर हमला कर दिया, जिसमें उसके कई साथी मौजूद थे। इस हमले से पुलिस के 8 जवान शहीद हो गए थे। जिसके बाद पुलिस ने कई राज्यों में सर्च अभियान चलाया।

इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया था। उत्तर प्रदेश आते समय कानपुर के पास पुलिस की गाड़ी पलट गई। इसी बीच भागने के दौरान एनकाउंटर में मारा गया।