Breaking News

कुंडली में शनि कैसे होगा मजबूत? इन उपायों से कम हो सकती हैं समस्याएं

शनि देव की वक्र दृष्टी से हर व्यक्ति डरता है, लेकिन शनिदेव न्याय के देवता हैं वे केवल बुरे कर्म करने वालों को ही दंड देते हैं लोग शनिदेव की वक्र दृष्टि से बचने और उनकी कृपा दृष्टि पाने के लिए कई उपाय करते हैं। लेकिन हनुमान जी की पूजा करने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं। हनुमान भक्तों पर भी शनिदेव अपनी कृपा दृष्टि करते हैं। जानते हैं कि हनुमान जी की पूजा करने से कैसे प्रसन्न होते हैं, शनिदेव …

वही इसका सम्बन्ध व्यक्ति के रोजगार और आयु से है। यह व्यक्ति के जीवन में अनुशासन, संघर्ष और सफलता लाता है। शनि व्यक्ति के जीवन में स्थिरता लाता है। कमजोर हो तो व्यक्ति को रोजगार में समस्या जरूर होती है। जीवन में संघर्ष और समस्याएं लम्बे समय तक चलती हैं। व्यक्ति को कानून और शरीर से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

कुंडली में शनि कैसे होगा मजबूत?

बासी और खराब खाद्य पदार्थ न खाएं. जरूरत से ज्यादा भोजन न करें। भोजन में काले चने, काली दाल और लौंग का प्रयोग करें। बहुत देर रात में भोजन न करें। भोजन स्टील के बर्तनों में करें।

लोहा आमतौर पर शनि ग्रह के साथ जुड़ा हुआ तत्व है। अपने गुणों और प्रभावों के कारण, इसे शनि ग्रह का तत्व माना जाता है। शनि ग्रह के संकट से उबरने के लिए लोहे का दान दिया जाता है।

शनि को मजबूत करने के लिए लोहे की अंगूठी पहनें। लोहे के बर्तनों का उपयोग करें। शनि को शांत करने के लिए लोहे की सामग्री का दान करें। घर में लोहे का दरवाजा रखने से शनि की कृपा आसानी से मिलती है।

किसी से खराब वाणी का प्रयोग और खराब व्यवहार न करें। अपने से नीचे दर्जे के लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करें। नियमित रूप से स्नान करें। साफ-सफाई से रहें. अनुशासन में रहें, समय बर्बाद न करें।

दोनों वेला, विशेषकर शाम को पूजा उपासना जरूर करें। शाम के समय शनि मंत्र का जप करें। शनिवार को पीपल के नीचे दीपक जलाएं। शनिवार को कुछ न कुछ दान जरूर करें। एक लोहे का छल्ला मध्यमा अंगुली में धारण करें। जूते चप्पल हमेशा साफ करके ही पहनें।

शनिवार के दिन करें शनि दोषों से बचने के उपाय

प्रत्येक शनिवार को शनि देव का उपवास रखें।

शाम को पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

शनि के बीज मंत्र ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः, का १०८ बार जाप करें।

काले या नीले रंग के वस्त्र धारण करें।

भिखारियों को अन्न-वस्त्र दान करें।