राजधानी लखनऊ में बीते शनिवार को मुख्यमंत्री आवास से कुछ दूरी पर स्थित सरकारी आवास में रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक राजेश दत्त बाजपेयी की नाबालिग बेटी ने अपनी मां और भाई की गोली मारकर हत्या कर दी थी। आज पुलिस हत्यारोपी बेटी को जुवेनाइल कोर्ट में पेश करेगी। कोर्ट निर्णय लेगा कि उसे जेल भेजा जाएगा या मानसिक अवसादग्रस्त होने के चलते इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया जाएगा। पुलिस ने हत्या की चार्जशीट तैयार की है। लेकिन, रविवार को रेलवे अधिकारी गौतमपल्ली थाने में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराकर मामले को उलझा दिया है। पुलिस का कहना है कि उसके पास नाबालिक लड़की के खिलाफ एविडेंस हैं।
डीसीपी सेंट्रल सोनम वर्मा का कहना है कि मालिनी और सर्वदत्त की गोली मारकर हत्या किए जाने के आरोप में नाबालिग बेटी को गिरफ्तार किया गया है। अब तक की जांच में हमारे पास आरोपी के खिलाफ सारे साक्ष्य मिले हैं। हम पूरे मामले की जांच रिपोर्ट और चार्जशीट को जुवेनाइल कोर्ट में जज के सामने पेश करेंगे। उस पर कोर्ट जो आदेश करेगी, वह किया जाएगा। वहीं हत्या के खुलासा करते हुए पुलिस ने जांच में गिरफ्तार लड़की को अवसादग्रस्त पाया। उसका मानसिक संतुलन सही नहीं मिला। उसके कमरें में भूत-आंसू वाले इमोजी और जैसे कई रहस्यमयी चीजें मिलीं थीं।
रेलवे अफसर आरडी बाजपेई के द्वारा हत्या में अज्ञात के खिलाफ दर्ज कराए गए मकदमे को विवेचना में शामिल करने के लिए जुवेनाइल कोर्ट के विधि विशेषज्ञों से राय मांगी गई है। अब तक पुलिस द्वारा जिन तथ्यों और साक्ष्यों से खुलासा किया है, उनमें रेलवे अधिकारी की एफआईआर को कैसे शामिल किया जाए यह जानना जरूरी हो गया है। पुलिस को ऐसा इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि जांच टीम का मानना है कि, जब आरडी बाजपेई को हत्या करने वाले जानकारी है तब भी नामजद एफआईआर क्यों नहीं कराई। इसलिए राय मांगी गई है।
गौरतलब हो शनिवार को गौतमपल्ली के विवेकानंद मार्ग बंगला नम्बर एक में दिल्ली रेलवे बोर्ड में तैनात अफ़सर आरडी बाजपेई की पत्नी-बेटे की गोली मारकर हत्या की गई थी। पुलिस के द्वारा चार घंटे में खुलासा करते हुए मानसिक अवसादग्रस्त नाबालिग द्वारा हत्या में गिरफ्तार किया था। पुलिस को लड़की के कमरें से ऐसे सबूत मिले थे जिससे यह स्पष्ट हो गया कि लड़की पूरी तरह अवसादग्रस्त है। उसने अवसादग्रस्त में आकर यह घटना की है।