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विकास गैंग से जुड़ा पतियों का नाम तो महिलाओं ने हिला दिया एसपी ऑफिस

जय बाजपेयी और उसके तीनों भाइयों के नाम विकास दुबे के गैंग में शामिल होने की सूचना पर जय की पत्नी श्वेता ने जेठानियों के साथ एसएसपी दफ्तर में गुहार लगाई। तीनों ने पतियों को निर्दोष बताया। कहा कि विकास गैंग से कोई सरोकार नहीं है। निष्पक्ष जांच कराई जाए। श्वेता ने कहा कि पड़ोसी गांव का होने के कारण जय की विकास से केवल पहचान थी, लेकिन उसके बाकी भाई तो कभी विकास से मिले तक नहीं।

पुलिस ने विकास दुबे के पुराने गैंग (संख्या डी-124) में जय बाजपेयी और उसके भाइयों अजयकांत, रजयकांत व शोभित समेत कई और बदमाशों का नाम भी शामिल किया है। मंगलवार को जय की पत्नी श्वेता, जेठानी ऊषा और प्रभा बाजपेयी के साथ एसएसपी दफ्तर पहुंची। एसएसपी की अनुपस्थिति में फरियादियों की शिकायतें सुन रहे सीओ गोङ्क्षवदनगर वीके पांडेय को प्रार्थना पत्र दिया।

श्वेता ने बताया कि उनके पति, जेठ व देवर को अधिवक्ता सौरभ बाजपेयी ने साजिशन फंसाया है। उस अधिवक्ता के खिलाफ भी मुकदमे हैं, लेकिन पुलिस ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। सीओ ने बताया कि बिकरू कांड की जांच स्थानीय पुलिस के अलावा ईडी, एसआइटी आदि एजेंसियां कर रही हैं। प्रार्थना पत्र उच्चाधिकारियों के सामने प्रस्तुत किया जाएगा।

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श्वेता ने मीडिया को बताया कि जय और बाकी भाइयों पर जो भी आरोप लगे हैं, निराधार हैं। उन पर कोई भी मुकदमा विकास दुबे से संबंधित नहीं है। बिकरू कांड में मेरे परिवार के किसी भी सदस्य की संलिप्तता पाई जाती है तो हम सजा भुगतने के लिए तैयार हैं। श्वेता ने कहा कि पति के निर्दोष होने के सुबूत जुटा लिए हैं। इसे कोर्ट, जांच एजेंसियों और मीडिया के सामने जल्द ही प्रस्तुत करेंगे। कहा कि वह अधिवक्ता से भी अपील करती हैं कि बेवजह परेशान न करें।

अधिवक्ता सौरभ ने बताया कि बार-बार उन पर आरोप लगाने के लिए उन्होंने जय बाजपेयी की पत्नी को मानहानि का नोटिस दिया है। अदालत में साबित होगा कि कौन सही और कौन गलत है।