वैसे तो सुल्तानपुर जिले की लंभुआ सीट से भाजपा विधायक देवमणि द्विवेदी योगी सरकार के लिए मुसीबत बन चुके है। कभी योगी सरकार पर ब्राह्मण विरोधी होने का तीर चलाते है तो कभी मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को घेरने के लिए अलीगढ़ पहुँच जाते है। लेकिन इस बार सुर्खियों में आए विधायक जी की स्क्रिप्ट कुछ बदली है। विधायक देव मणि ने डीएम सुल्तानपुर सी इंदुमती पर घूसखोरी का इल्जाम लगाया है और कोविड में घूसखोरी के खुले अवसर पर योगी सरकार को घेरा है।
विधायक का साफ कहना है कि कोविड महामारी में डीएम सी इंदुमती जमकर माल कमा रही है । पल्स थर्मामीटर और आई आर थर्मामीटर की कीमत 2800 रुपए है लेकिन डीएम सी इंदुमती ग्राम पंचायतों से जबरन 9950 रुपये का भुगतान अपनी चहेती फर्म को करवा रही है। विधायक की इस शिकायत पर जांच भी लगा दी है वही विधायक के घूसखोरी जैसे गंभीर आरोप के बाद डीएम सी इंदुमती ने भी मोर्चा संभाल लिया है उन्होंने इस मुद्दे पर सुल्तानपुर में बकायदे प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। और विधायक के आरोपों को बेबुनियाद और झूठा करार दिया
आपको बता दे कि देवमणि द्विवेदी लगातार अपनी ही सरकार के खिलाफ हमलावर है सियासी गलियारे में यह भी चर्चा है कि कही पर निगाहे कही पर निशाना है। डीएम की घूस खोरी तो बहाना है असल मकसद सियासत का नया ठिकाना बनाना है।